Prompt
[Intro]
सपनों का शहर, रोशनी की डगर,
मुंबई पुकारे, कोलकाता असर।
[Verse]
लोकल की भीड़, पसीने की खुशबू,
हावड़ा के घाट, चाय की वो गूंज।
सेट पे कैमरा, रातों की शूटिंग,
दिल में दो शहर, सपनों की रूटिंग।
[Chorus]
मुंबई की भागदौड़, कोलकाता की चाल,
दो शहरों का रंग, एक ही कमाल।
लाइट, कैमरा, एक्शन हर दिन,
मैं हूँ इन दोनों का फिल्मी बिन।
[Verse 2]
जुहू के किनारे, सोचूँ मैं किरदार,
शोभा बाज़ार में, लिखूँ नई पटकथा।
कभी टैक्सी, कभी ट्राम का सफर,
दोनों में बसा मेरा छोटा सा घर।
[Outro]
मुंबई से कोलकाता, लौटूँ बार-बार,
दो शहर, एक सपना – यही मेरा प्यार।
Lyrics
सपनों का शहर, रोशनी की डगर, मुंबई पुकारे, कोलकाता असर। लोकल की भीड़, पसीने की खुशबू, हावड़ा के घाट, चाय की वो गूंज। सेट पे कैमरा, रातों की शूटिंग, दिल में दो शहर, सपनों की रूटिंग। मुंबई की भागदौड़, कोलकाता की चाल, दो शहरों का रंग, एक ही कमाल। लाइट, कैमरा, एक्शन हर दिन, मैं हूँ इन दोनों का फिल्मी बिन। जुहू के किनारे, सोचूँ मैं किरदार, शोभा बाज़ार में, लिखूँ नई पटकथा। कभी टैक्सी, कभी ट्राम का सफर, दोनों में बसा मेरा छोटा सा घर। मुंबई से कोलकाता, लौटूँ बार-बार, दो शहर, एक सपना – यही मेरा प्यार।
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